
काशी और अयोध्या की तर्ज पर हरिद्वार-ऋषिकेश का होगा पुनर्विकास
Uttarakhand:हरिद्वार और ऋषिकेश का जल्द ही पुनर्विकास किया जायेंगा। इन शहरों को देश के अन्य धार्मिक स्थल काशी विश्वनाथ, वाराणसी, महाकाल उज्जैन एवं अयोध्या की तर्ज पर बनाया जायेंगा। इन दोनों का प्लान बनाने वाली कंपनी को ही गंगा कॉरिडोर का मास्टर प्लान बनाने के लिए चयनित करने पर कैबिनेट ने मुहर लगा दी है। हरिद्वार में देवपुरा से भूपतवाला, हरकी पैड़ी से 1.5 किमी. की परिधि का क्षेत्र लिया जायेंगा। साथ ही कनखल क्षेत्र में दक्ष मंदिर एवं संयास रोड., भूपतावाल से सप्तऋषि आश्रम में भारत माता मंदिर तक के क्षेत्र को शामिल किया गया है। वहीं ऋषिकेश में तपोवन का सम्पूर्ण क्षेत्र, रेलेवे स्टेशन के पास कोर क्षेत्र, आईएसबीटी के पास और त्रिवेणी घाट आदि के क्षेत्र को परियोजना में सम्मिलित किया गया है। दोनो के पुनर्विकास परियोजना के क्रियान्वयन हेतु संस्थागत व्यवस्था के अन्तर्गत हरिद्वार ऋषिकेश पुनर्विकास कम्पनी लिमिटेड नाम से एसपीवी का गठन किया जायेगा
गंगा कॉरिडोर का काम ढाई साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए सरकार हरिद्वार ऋषिकेश पुनर्विकास कंपनी लिमिटेड का गठन करेगी। परियोजना की प्रशासनिक, वित्तीय एवं तकनीकी स्वीकृति और परियोजना के अनुश्रवण के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में उच्चाधिकार प्राप्त संचालन समिति (हाई पावर स्टीयरिंग कमेटी) का गठन किया जाएगा।